Sunday, March 27, 2011

दोज़ख़ में डाल दो कोई लेकर बहिश्त को

ता'अत में ता रहे न मयो अंगबीं की लाग
दोज़ख़ में डाल दो कोई लेकर बहिश्त को
~ ग़ालिब
सार - जन्नत की लालच में लोग इबादत करते हैं। ऐसी जन्नत को उठा कर झोंक दो जहन्नुम में, ताकि उनकी इबादत या ईश्वर प्रेम में कोई लालच न हो।

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